Rani Dah Waterfall Jashpur Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में स्थित जशपुर जिला पर्यटन की दृष्टि से काफी समर्ध है यह आदिवासी बहुल क्षेत्र है जहाँ आपको पर्यटन स्थल के अलावा समृद्ध संस्कृति भी देखने को मिलेगी। यहाँ कई सारे प्राकृतिक और धार्मिक पर्यटन हैं जो पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं।
जशपुर क्षेत्र में कई सारे जलप्रपात हैं उन्ही में से है रानी दाह जलप्रपात। यह स्थानीय लोगो के लिए पिकनिक के लिए सबसे अच्छे स्थानों में से एक है यहाँ दूर दूर से पिकनिक मनाने और इसकी ख़ूबसूरती का लुफ्त उठाने आते हैं। इस रानीदाह वॉटरफॉल बहुत ही खूबसूरत है लेकिन इससे से जुडी कहानी बहुत भी रोचक है। आइये जानते हैं रानीदाह जलप्रपात के बारे में और इससे जुडी कहानी के बारे में
रानी दाह जलप्रपात
रानीदाह जल प्रपात छत्तीसगढ़ राज्य के जशपुर जिले में स्थित है यह जिला मुख्यालय से करीब 15 किलोमीटर की दुरी में घने जंगलों के बीच स्थित है। जिस तरह हर जलप्रपात के पास मुख्यतः शिवजी का मंदिर होता है उसी तरह यहाँ भी झरने के पास एक शिव जी का मंदिर है।
रानी दाह जलप्रपात दो तीन भागों में विभक्त होकर बड़े बड़े चट्टानों में गिरता है जो एक खूबसूरत दृश्य बनाते है। इस जलप्रपात को देखने के लिए सरकार ने कई व्यू पॉइंट बनाये हैं इसके साथ ही पर्यटकों के सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए सीढियाँ बनाये गए हैं। सीढियों से उतरने के बाद रानी दाह का जो शानदार दृश्य देखने को मिलता है वो आपके मन को मोह लेगा। इस जलप्रपात का सबसे रौद्र रूप बरसात में देखने को मिलता है लेकिन आप किसी भी मौसम में जा सकते हैं। आइये अब हम रानी दाह जलप्रपात से जुडी कहानी के बारे में जानते हैं।
रानी दाह वॉटरफॉल स्टोरी
स्थानीय लोगों के अनुसार उड़ीसा की एक रानी थी जिनका नाम शिरोमणि था। रानी शिरोमणि दुसरे जाती के युवक से प्रेम करती थी और उन्ही से विवाह करना चाहती थी लेकिन उनके पिता और भाई इस प्रेम के खिलाफ थे। रानी के पिता और पाँच भाई किसी दुसरे व्यक्ति के साथ विवाह करवाना चाहते थे। इस वजह से रानी अपने राज्य से भागते हुए जशपुर क्षेत्र में पहुँची और उनका पीछे उनके पाँचों भाई भी पीछा करते हुए आ रहे थे। रानी किसी भी कीमत में अपने प्रेमी के अलावा किसी और से विवाह नही करना चाहती थी इसलिए उन्होंने रानी दाह जलप्रपात के पास ही एक खाई में कूदकर अपनी जान दे दी।
रानी शिरोमणि के आत्महत्या के बाद लोगों ने इस जलप्रपात का नाम रानी दाह जलप्रपात रख दिया है। आज भी रानी की समाधी स्थल को देख सकते हैं। इन सभी के अलावा इस जलप्रपात के समीप पंचमैया स्थल जो पांच पत्थरों का समूह ऐसा माना जाता है की ये पांचों पत्थर रानी शिरोमणि के भाई थे जो श्राप की वजह से पत्थर।
रानी दाह जलप्रपात कैसे और क्यों जाएँ
अगर आप प्रकृति प्रेमी है और आपको घने जंगलों, जलप्रपात इत्यादि को देखने के शौकीन हैं तो आपको एक बार रानी दाह जलप्रपात अवश्य जाना चाहिए। इसके अलावा आप यहाँ तीज त्योहारों में अपने परिवार या मित्रों के साथ पिकनिक मनाने जा सकते हैं। पिकनिक मनाने के लिए यह एक अच्छा स्थल है। आइये दिन कई सारे लोग यहाँ अपने दोस्तों के साथ पिकनिक मनाने आते हैं।
यह जलप्रपात जिला मुख्यालय जशपुर से करीब 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है आप अपने दो या चार पहिये वाहन से आसानी से पहुँच सकते हैं।
- निकटतम बस स्टैंड – जशपुर बस स्टैंड यह रायगढ़, अंबिकापुर, रांची के साथ जुड़ा हुआ है।
- निकटतम रेलवे स्टेशन – अंबिकापुर रेलवे स्टेशन और रांची रेलवे स्टेशन
- निकटतम हवाई अड्डा – स्वामी विवेकानन्द हवाई अड्डा रायपुर
Places To Visit Near Rani Dah Waterfall
हमने आपको शुरू में बताया की जशपुर कई सारे प्राकृतिक और धार्मिक स्थल जहाँ आप जा सकते हैं उन्हीं में से कुछ पर्यटन स्थलों के बारे में नीचे संक्षेप में बताया गया है।
- Dangari Waterfall – यह जशपुर में स्थित सबसे खूबसूरत वॉटरफॉल है जो घने जंगलों में है। अगर आप जशपुर जाते हैं तो इस प्राकृतिक स्थल को देखना न भूलें। इस जलप्रपात की ऊँचाई लगभग 100 फीट है और तीन भागों में गिरता है दूर से देखने में ऐसा लगता है मानो एक साथ कई झरने हों। यह स्थानीय लोगों के लिए पिकनिक मनाने के लिए सबसे अच्छा स्थल है यहाँ स्थानीय लोग अक्सर पिकनिक मनाने आते रहते हैं।
- राजपुरी झरना – राजपुरी झरना जशपुर से लगभग 90 किलोमीटर की दूरी पर बगीचा के पास स्थित है। इस झरना की ओर प्रकृति प्रेमी खींचे चले आते हैं। इसके साथ ही यह झरना पिकनिक के लिए सबसे अच्छे स्थलों में से एक है।
- कैलाशगुफा – जशपुर जिले के सभी पर्यटन स्थलों में से यह एक ऐसा पर्यटन स्थल हैं जहाँ काफ़ी ज्यादा संख्या में पहुंचते हैं। यहाँ हर वर्ष शिवरात्रि में भव्य मेला लगता है जिसमे दूर दूर से लोग शामिल होते हैं। स्थैनिया लोगों में मान्यत है की संत गहिरा गुरु ने यहीं तपस्या कर शंकर जी को प्रशन्न किया था।
- कैथोलिक चर्च कुनकुरी – यह चर्च ईसाई धर्मावलंबियों का आस्था का केंद्र हैं। कुनकुरी का कैथोलिक चर्च दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा चर्च है। इसे रोजरी की महारानी के नाम से भी जाना जाता है। इस चर्च में एक साथ लगभग 10 हजार लोग एक साथ प्रार्थना कर स्क्कते हैं। इसे देखने के लिए लोग दूर दूर से आते हैं।
सवाल जवाब
जब भी हम कभी किसी पर्यटन स्थल जाते हैं तो उस स्थल से सम्बंधित कई सवाल हमारे मन में होते हैं इसलिए हमने कुछ सामान्य सवालों के जवाब नीचे दिए हैं जो आपके लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं।
रानी दाह झरना छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में स्थित है।
अंबिकापुर से लगभग 170 किलोमीटर की दूरी पर है।
रानी शिरोमणि के आत्महत्या के बाद इस जलप्रपात का नाम रानी दाह पड़ा।
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