इस लेख में हम आपको केदारनाथ जाने का खर्चा के बारे में बताएंगे अगर आप भी केदारनाथ जाना चाहते हैं और जाने का बजट जानना चाहते हैं तो यह लेख आपके लिए उपयोगी साबित होगा। केदारनाथ भारत के चार सबसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। यह एक विशेष स्थान है जो अपने पर्यटकों के लिए आध्यात्मिक, धार्मिक और साहसिक महत्व रखता है।
केदारनाथ उत्तरी राज्य उत्तराखंड का एक छोटा सा शहर है। यह 3553 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और सुंदर बर्फ से ढकी हिमालय श्रृंखला से घिरा हुआ है। यह जगह, जिसे अक्सर ट्रेकर्स का स्वर्ग कहा जाता है, यदि आप नई चीजों को आजमाना चाहते हैं तो यह आपकी बकेट लिस्ट में होनी चाहिए। यहाँ हिंदू भगवान शिव का मंदिर है जो पर्यटकों और भक्तों को आकर्षित करते हैं। आइए जानते हैं की केदारनाथ जाने में आपका कितना खर्च आ सकता हैं।
केदारनाथ जाने का खर्चा
यदि आप केदारनाथ जाते हैं तो औसतन खर्चा 10000 से 15000 रुपए प्रति व्यक्ति तक हो सकता हैं। यह पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर करता है। आइए इस बारे में विस्तार से जाने की आपका खर्चा किन किन चीजों में हो सकता है।
केदारनाथ में होटल का खर्च
जब आप सोनप्रयाग पहुंच जाते हैं और आप सोन प्रयाग में रुकना चाहते हैं तो वहाँ रुकने के लिए आपको कई होटल्स मिल जाते हैं
होटल का किराया सोनप्रायग में 800 से 1000 रुपए है। वहीं अगर आप यहां अक्टूबर या नवंबर में यहां आते हैं तो इसका किराया आपको 3000 से 4000 रुपए पड़ेगा।
यदि आपका बजट कम हैं तो आप होटल की जगह डॉरमेट्री में रुक सकते हैं। दोस्तो सोनप्रयाग में बहुत सारे डॉरमेट्री हैं जिसका किराया 350 रुपए प्रति व्यक्ति हैं। यदि आपका बजट इससे भी कम है तो यहां रुकने के लिए आप एक हॉल ले सकते हैं जिसमे आपको एक बिस्तर मिल जायेगा जिसका किराया 100 रुपए प्रति व्यक्ति पड़ेगा।
जब आप केदारनाथ पहुंच जाते हैं तो वहाँ आपको 1 किलोमीटर पहले ठहरना होगा। यहां आपको कई हट और कैंप मिल जाएंगी जहाँ आप रुक सकते हैं। किराए की बात करें तो यहां 1 व्यक्ति का किराया लगभग 300 से 1000 रुपए है।
अब जब आप सोनप्रयाग पहुंच जायेंगे तो आपको सोनप्रयाग से गौरीकुंड जाना होगा। गौरीकुंड से केदारनाथ 16 किलोमीटर है। गौरीकुंड से केदारनाथ जाने के लिए आपको कोई टैक्सी नही मिलेगी, यहाँ से केदारनाथ आप पैदल या घोड़े की सवारी करके जा सकते हैं। यदि आप घोड़े की सवारी करके केदारनाथ जाते हैं तो इसका किराया आपको 2300 रुपए पड़ेगा। गौरीकुंड से केदारनाथ जाने के लिए आप पिट्ठू भी कर सकते हैं जिसका किराया आपको 5000 से 6000 रुपए पड़ेगा।
खाने की बात करें तो यह पूरी तरह आप पर निर्भर करता हैं। केदारनाथ में आपको 200 रुपए प्लेट तक का खाना मिलता हैं और सुबह का नाश्ता 100 रुपए का मिलता हैं।
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केदारनाथ कैसे पहुँचें
केदारनाथ आप निम्न तरीके से पहुंच सकते हैं:
हवाई जहाज से: केदारनाथ में कोई हवाई अड्डा नहीं है इसलिए आपको देहरादून के जॉली ग्रांट हवाई अड्डे पर जाना होगा। जॉली ग्रांट हवाई अड्डा केदारनाथ से लगभग 250 किमी दूर है और भारत के बड़े शहरों जैसे नई दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई से जुड़ा हुआ है। देहरादून से केदारनाथ जाने के लिए आप बस या टैक्सी किराए पर ले सकते हैं। देहरादून से आपको सोनप्रयाग जाना होगा जिसकी दूरी 230 किलोमीटर है। यहां जाने के लिए आपको देहरादून से बस बहुत ही आराम से मिल जायेगी।
सड़क द्वारा: कोई भी बस सीधे केदारनाथ नही जाती है। बस से केदारनाथ जाने के लिए आपको सोनप्रयाग जाना होगा। नई दिल्ली और देहरादून से बस द्वारा सोनप्रयाग पहुंचना आसान है। यदि आप नई दिल्ली में उतरते हैं तो देहरादून जाने का सबसे अच्छा तरीका बस लेना है जो लगभग 260 किलोमीटर दूर है।
दिल्ली में कश्मीरी गेट बस टर्मिनल और आनंद विहार बस टर्मिनल से देहरादून के लिए डेली बस सेवाएं उपलब्ध हैं। आप देहरादून से सोनप्रयाग के लिए बस ले सकते हैं। हरिद्वार से आप सोनप्रयाग के लिए बस भी ले सकते हैं। हरिद्वार और सोनप्रयाग के बीच लगभग 230 किमी की दूरी है, जिसे बस से यात्रा करने में लगभग 5 घंटे लगते हैं। आप ऋषिकेश से भी सोनप्रायग जा सकते हैं जो 210 किलोमीटर है।
बस के किराए की बात करें तो आप बस की टिकट ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनो ले सकते हैं जिसका किराया साधारण बस में 300 से 500 रुपए प्रति व्यक्ति पड़ेगा वहीं अगर आप सेमी स्लीपर बस के किराए की बात करें तो यह आपको 500 से 700 रुपए तक पड़ेगा। देहरादून और केदारनाथ के बीच टैक्सियाँ चलती हैं और कीमत इस बात पर निर्भर करती है कि कार कितनी बड़ी है और उसमें कितने लोग आ सकते हैं।
ट्रेन से:
केदारनाथ में ट्रेन का कोई स्टॉप नहीं है। यदि आप केदारनाथ ट्रेन से जाना चाहते हैं तो आपके पास 3 ऑप्शन हैं पहला हरिद्वार रेलवे स्टेशन दूसरा देहरादून रेलवे स्टेशन और तीसरा ऋषिकेश रेलवे स्टेशन। केदारनाथ का निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश में है।
ऋषिकेश रेलवे स्टेशन सोनप्रयाग से लगभग 210 किमी दूर है। यह भारत के लगभग सभी बड़े शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है और यहां प्रतिदिन ट्रेनें चलती हैं। केदारनाथ जाने के लिए आपको सबसे पहले सोनप्रयाग जाना होगा। सोनप्रयाग जाने के लिए आपको तीनो शहर से बस मिल जायेगी।
केदारनाथ में करने के लिए मुख्य चीजें
केदारनाथ मंदिर के दर्शन करें: केदारनाथ सभी भक्त भगवान शिव के दर्शन करने आते हैं जो लगभग 3580 मीटर ऊंचे है और बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। केदारनाथ सबसे महत्वपूर्ण तीर्थों में से एक है। यह मंदिर मंदाकिनी नदी के पास है और गढ़वाल हिमालय श्रृंखला में है।
डोरिअ ताल: 2,438 मीटर की ऊंचाई पर, देवरिया ताल एक बहुत ही सुंदर झील है जो चौखंबा रेंज की फोटो के लिए जानी जाती है। हिमालय और घने जंगल के बीच में जो ट्रेकर्स और फोटोग्राफरों के लिए एक शानदार है।
अनुसूया देवी टेम्पल: रुद्रनाथ के पास स्थित अनुसूया देवी मंदिर में देवी अनुसूया की पूजा की जाती है। लोगों का मानना है कि यह तीर्थ यात्रा उनकी परेशानी को हल करने में मदद करती है। मंदिर तक पैदल चलना कठिन है लेकिन एक बार जब आप यहां पहुंच जाते हैं तो आप एक अलग ही शांति का अनुभव करेगे। मंदिर चोपता से 30 किमी दूर है और हिमालय के ठीक बीच में है।
चोराबरी लेक: चोराबाड़ी झील उत्तराखंड के केदारनाथ शहर से लगभग 3 किलोमीटर दूर है। इसे गांधी ताल या गांधी सरोवर भी कहा जाता है। राज्य में घूमने के लिए सबसे लोकप्रिय जगहों में से एक यह झील है, जिसमें पानी है जो कांच की तरह साफ है और नीले रंग का दिखता हैं। यह झील समुद्र तल से 3900 मीटर ऊपर है और हिमालय की खूबसूरत पहाड़ियों से घिरी हुई है।
स्यालसौर: वासुकी ताल समुद्र तल से लगभग 4,135 मीटर ऊपर है। झील के पानी में केदारनाथ की पहाड़ियाँ देख सकते हैं क्योंकि यह बहुत साफ है। चौखंबा की चोटियां उस घेरे को और भी खूबसूरत बनाती हैं। ब्रह्म कमल जैसे फूल और अन्य हिमालयी फूल इस झील की सुंदरता को बढ़ाते हैं। लोगों का मानना है कि रक्षा बंधन के शुभ दिन भगवान विष्णु ने इस झील में स्नान किया था। यहीं से इस ताल का नाम आया। यह स्थान गौरीकुंड से लगभग 24 किमी दूर है।
इस लेख में हमने केदारनाथ जाने का खर्चा कितना है, इसके बारे में जाना। उम्मीद है यह लेख आपके लिए उपयोगी रहा होगा। इस आर्टिकल से सम्बंधित कोई भी सवाल हो तो नीचे कमेंट बॉक्स में अवश्य पूछें।
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